देश की अर्थव्यवस्था की नजर से- SHARE MARKET देश के अर्थव्यवस्था में खून की तरह है, किसी भी देश का शेयर बाजार उस देश की प्रगति का सूचक होता है , शेयर बाजार देश की औधोगिक प्रगति (Industrial Development) और आर्थिक व्यवस्था (Economy system) की स्थिति के बारे में भी बताता है ,वैसे तो STOCK MARKET का देश की प्रगति में बहुत योगदान है, लेकिन इसके कुछ विशेष योगदान है जैसे – देश की अर्थव्यवस्था में STOCK MARKET का योगदान – औधोगिक प्रगति (Industrial Development) के लिए पूंजी की कमी को दूर करना, देश में आर्थिक संतुलन ( Economy Stability) प्रदान करना, सभी को Stock Market से लाभ उठाने का मौका देना, पूंजी बाजार पर नियत्रण – Control On Capital Market STOCK MARKET की जरुरत – निवेशक की नजर से STOCK MARKET में SHARES की खरीद और विक्री होती है , और एक शेयर खरीदने वाले को शेयर बेचने वाले और इसी तरह बेचने वालो को खरीदने वाले की जरुरत होती है, और ये सब कुछ STOCK MARKET की मदद से बहुत ही आसानी से हो जाता है, STOCK MARKET के बगैर आम आदमी SHARES खरीदने और बेचने के बारे में सोच भी नहीं सकता, आइये देखते है S...
Indian stock market ka itihaas part-2 आज हम बात करेंगे INDIAN STOCK MARKET में NSE की शुरुआत कैसे हुई, और इसके पीछे की पूरी HISTORY क्या है – HISTORY OF INDIAN STOCK MARKET, NSE यानी NATIONAL STOCK EXCHANGE की स्थापना 1994 में हुई, NSE की स्थापना से पहले भारत में SECURITIES AND CAPITAL MARKET दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले काफी पिछड़ा हुआ था, और साथ ही साथ हर्षद मेहता SCAM के बाद विश्वसनीयता भी खो रहा था, ऐसे में एक TRANSPARENT TRADING SYSTEM और NEW TECHNOLOGY के साथ विश्व की की की अन्य देशों के मुकाबले बेहतर सुविधाएं प्रदान करे ऐसे STOCK EXCHANGE की जरुरत थी, इसी जरुरत को पूरा करने के लिए NSE की स्थापना की गई, और आज NSE अपनी सेवाओ से निरंतर उन अपेक्षाओ को पूरा कर रहा है, जिसके लिए इसकी स्थापना की गई, WORD FEDERATION OF EXCHANGE (WFE) के अनुसार NSE भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है और 2015 में EQUTIY VOLUME TRADING के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, SEBI की रिपोर्ट के अनुसार NSE अपने स्थापना वर्ष 1994 के अगले 1 साल के अंदर ही TRADING AVERAGE VOLUME ...
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